LPG Gas Cylinder New Rate 2024: आज के समय में रसोई गैस हर घर की आवश्यकता बन गई है। एलपीजी यानी लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस का उपयोग मुख्य रूप से खाना पकाने के लिए किया जाता है। हर महीने की शुरुआत में तेल कंपनियां एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव करती हैं। इस लेख में हम आपको एलपीजी गैस सिलेंडर की नई कीमतों के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे। साथ ही यह भी बताएंगे कि किन-किन शहरों में कितनी कीमत बदली है और घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में क्या परिवर्तन हुआ है।
एलपीजी गैस सिलेंडर क्या है?
एलपीजी गैस सिलेंडर एक धातु का बड़ा पात्र होता है जिसमें लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस भरी जाती है। यह गैस प्रोपेन और ब्यूटेन का मिश्रण होती है। इसका मुख्य उपयोग खाना पकाने के लिए किया जाता है। एलपीजी गैस सिलेंडर दो प्रकार के होते हैं:
- घरेलू गैस सिलेंडर – 14.2 किलोग्राम
- व्यावसायिक गैस सिलेंडर – 19 किलोग्राम
घरेलू इस्तेमाल के लिए डिज़ाइन किए गए गैस सिलेंडर का उपयोग आम तौर पर घरों में किया जाता है, जबकि बड़े पैमाने पर गैस की खपत वाले स्थानों जैसे होटल, रेस्तरां और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में विशेष रूप से निर्मित व्यावसायिक गैस सिलेंडरों का इस्तेमाल किया जाता है।
एलपीजी गैस सिलेंडर की नई कीमतें
1 सितंबर 2024 से व्यावसायिक एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि की गई है। 19 किलोग्राम के व्यावसायिक गैस सिलेंडर की कीमत में 39 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। अब दिल्ली में 19 किलोग्राम के व्यावसायिक गैस सिलेंडर की कीमत 1,691.50 रुपये हो गई है।
विभिन्न शहरों में व्यावसायिक गैस सिलेंडर की नई कीमतें इस प्रकार हैं:
- दिल्ली: 1,691.50 रुपये
- मुंबई: 1,605.00 रुपये
- कोलकाता: 1,764.50 रुपये
- चेन्नई: 1,817.00 रुपये
घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं
जहां व्यावसायिक गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि की गई है, वहीं घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 14.2 किलोग्राम के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतें इस प्रकार हैं:
- दिल्ली: 803 रुपये
- मुंबई: 802.50 रुपये
- कोलकाता: 829 रुपये
- चेन्नई: 818.50 रुपये
एलपीजी गैस सब्सिडी
भारत सरकार गरीब परिवारों की मदद के लिए एलपीजी सब्सिडी प्रदान करती है। इस पहल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) है, जिसके तहत लाभार्थियों को प्रति सिलेंडर 300 रुपये की सब्सिडी मिलती है। यह आर्थिक सहायता साल में अधिकतम 12 रिफिल तक सीमित है। योजना की व्यापकता का अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि 1 मार्च 2024 तक, पीएमयूवाई के 10.27 करोड़ से अधिक लाभार्थी थे, जो देश के गरीब परिवारों के लिए स्वच्छ ईंधन तक पहुंच सुनिश्चित करने के सरकार के प्रयास को दर्शाता है।
सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए एलपीजी सब्सिडी हेतु 9,000 करोड़ रुपये का बजट रखा है। यह सब्सिडी सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में जमा की जाती है।
एलपीजी की कीमतें तय करने वाले कारक
एलपीजी की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारक हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें
- डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत
- सरकारी नीतियां और कर
- मांग और आपूर्ति का संतुलन
भारत अपनी 60% एलपीजी आवश्यकता आयात से पूरी करता है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में होने वाले बदलाव का सीधा प्रभाव घरेलू कीमतों पर पड़ता है।
पिछले कुछ महीनों में एलपीजी की कीमतों में बदलाव
पिछले कुछ महीनों में एलपीजी की कीमतों में कई बार बदलाव किए गए हैं। आइए देखते हैं कि किस महीने में क्या बदलाव हुए:
- सितंबर 2024: व्यावसायिक गैस सिलेंडर की कीमत में 39 रुपये की वृद्धि
- अगस्त 2024: व्यावसायिक गैस सिलेंडर की कीमत में 8.50 रुपये की वृद्धि
- जुलाई 2024: व्यावसायिक गैस सिलेंडर की कीमत में 30 रुपये की कमी
- जून 2024: व्यावसायिक गैस सिलेंडर की कीमत में 69.50 रुपये की कमी
- मई 2024: व्यावसायिक गैस सिलेंडर की कीमत में 19 रुपये की कमी
एलपीजी से संबंधित महत्वपूर्ण योजनाएं
सरकार ने एलपीजी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं:
- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई): इस योजना के तहत गरीब परिवारों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन दिया जाता है। इस योजना का उद्देश्य स्वच्छ ईंधन की पहुंच को बढ़ाना और महिलाओं के स्वास्थ्य की रक्षा करना है।
- पहल (पीएएचएएल) योजना: इस योजना के तहत एलपीजी सब्सिडी सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में जमा की जाती है। इससे भ्रष्टाचार कम होता है और सब्सिडी का लाभ सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचता है।
- गिव इट अप अभियान: इस अभियान के तहत लोगों से अपनी एलपीजी सब्सिडी छोड़ने की अपील की गई थी। इससे सरकार पर आर्थिक बोझ कम हुआ और जरूरतमंद लोगों को अधिक मदद मिल सकी।
एलपीजी का सुरक्षित उपयोग
एलपीजी के उपयोग से न केवल खाना पकाना आसान हुआ है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी बेहतर है। लेकिन इसका सुरक्षित उपयोग करना बहुत आवश्यक है। कुछ महत्वपूर्ण सुरक्षा टिप्स:
- गैस लीक की जांच नियमित रूप से करें।
- गैस चालू करने से पहले मार्चिस या लाइटर जलाएं।
- खाना पकाते समय रसोई में हवा का आवागमन सुनिश्चित करें।
- गैस सिलेंडर को सीधा रखें, कभी भी लेटा कर न रखें।
- गैस रेगुलेटर और पाइप को समय-समय पर बदलते रहें।
एलपीजी का भविष्य
भारत में एलपीजी की मांग लगातार बढ़ रही है। सरकार स्वच्छ ईंधन के उपयोग को बढ़ावा दे रही है, जिससे एलपीजी की मांग और बढ़ने की संभावना है। हालांकि, सरकार वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों जैसे सौर ऊर्जा, बायोगैस आदि को भी बढ़ावा दे रही है।
भविष्य में, एलपीजी की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहने की संभावना है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें और रुपये की विनिमय दर इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
एलपीजी गैस सिलेंडर आज के समय में हर घर की आवश्यकता बन गया है। कीमतों में होने वाले बदलाव का सीधा प्रभाव आम लोगों की जेब पर पड़ता है। इसलिए सरकार गरीब परिवारों को सब्सिडी देकर मदद करती है। हालांकि व्यावसायिक गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि से व्यापारियों पर प्रभाव पड़ेगा।
एलपीजी के उपयोग से न केवल खाना पकाना आसान हुआ है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी बेहतर है। परंतु इसका सुरक्षित उपयोग करना बहुत आवश्यक है। सरकार की विभिन्न योजनाओं से एलपीजी की पहुंच बढ़ी है और गरीब परिवारों को इसका लाभ मिल रहा है।
भविष्य में, एलपीजी की मांग बढ़ने की संभावना है, लेकिन साथ ही वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों का महत्व भी बढ़ेगा। उपभोक्ताओं को एलपीजी का समझदारी से उपयोग करना चाहिए और जहां संभव हो, ऊर्जा के अन्य स्वच्छ स्रोतों का भी उपयोग करना चाहिए।